इंसान के खुशनुमा जीवन की बढ़िया कुंजी बनती है शुक्रगुजारी
जिस मुकाम पर आप आज हैं, वहां पहुंचने में सैकड़ों जाने-अनजाने व्यक्तियों, संगठनों का हाथ रहा है। यदि आप इनके प्रति शुक्रिया महसूस करने की आदत बनाते हैं तो आपकी जिदंगी स्वस्थ व खुशनुमा गुजरेगी। जो लोग जीवन को तोहफा मानते हैं, वे मन, शरीर व भावना से अधिक स्वस्थ रहते हैं। फिर भी […]
जहां खड़े हैं वहां हैं संभावनों के अंबार
नव वर्ष या सांस्कृतिक उत्सवों की रंगरेलियां आपको कितना रास आती हैं, यह आपकी मनोदशा पर निर्भर करता है। संभव है आपके अपने भीतर एक अधूरापन सालता रहे। यदाकदा आनंद-विभोर होने के लिए सायास जतन नहीं किए जाएं तो जिंदगी नीरस, उकताऊ और जड़ हो सकती है। जीवंत रहने और प्रगति के लिए उमंग और […]
मोदी सरीखों पर नहीं लागू होते दुनियादारी के नियम
‘‘मोदी सरीखों’’ से मेरा आशय नेताई बिरादर से नहीं बल्कि उस खास मिजाज की बिरादर से है जिनके उठने-जगने, खानपान, लेनदेन, व्यवहार और सोच के अंदाज मूलतया आम जन के तौरतरीकों से जुदा होता है। उनके अंदुरुनी सरोकार और मंसूबे लोगों के पल्ले सहज नहीं पड़ते। यह भी कह सकते हैं जिस अलहदा माटी की […]
सायास, मनोयोग से किए कार्यों से ही उत्कृष्ट, वांछित परिणाम मिलेंगे
अपने आवास या कार्यस्थल के गिर्द भूमि को उजाड़ छोड़ देने से उसमें खरपतवार और अवांछित झाड़-झंकार स्वतः पैदा हो जाएंगे। मनचाही, बेहतरीन उपज चाहिए तो भूमि की समुचित तैयारी के बाद अच्छे बीज डालने होंगे, समय-समय पर खाद, सिंचाई और कीटनाशक का प्रयोग करना होगा। बीच-बीच में मुख्य फसल का पोषण हड़पने वाले अनावश्यक […]
चुनौती और फिसलनों से भरी होती है कामयाबी की डगर
मातापिता की सलाह को शिरोधार्य करते बालक ने तन-मन से बोर्ड परीक्षा की तैयारी में स्वयं को झोंक दिया, साथियों, परिजनों से मेलजोल और संवाद तक बंद कर दिया। नतीजे फक्र के लायक थे। किंतु वक्त को कुछ और ही मंजूर था। उसे अपने अरमान तब स्वाहा होते दिखे जब न तो मनचाहे कालेज में […]
दूसरों को समझाने से पहले खुद समझना होगा
उनकी आदतन झुंझलाहट सातवें आसमान पर थी। पत्नी अंदर आती दिखी तो बरस पड़े, ‘‘हजार बार समझाया है, पड़ोसन से इतना बतियाना ठीक नहीं, न जाने तुम्हें कब अक्ल आएगी।’’ अब टीवी देखते बेटे और उसके मित्र का नंबर आया, ‘‘फिर टीवी से चिपक कर देख रहे हो, कितनी बार समझाया, पांच फुट का फासला […]