सीमा प्रहरियों के समादर का अर्थ देश की माटी का सम्मान है
जान है तो जहां है। कुशल रहेंगे तभी कोई कार्य निबटाने और मनचाहा हासिल करने की गुंजाइश रहेगी। स्वयं की हिफाजत को सर्वोपरि मानते हुए पिछली पीढ़ी प्रायः अपनी संतति को चिट्ठी की शुरुआत इस हिदायत से करती थी, ‘‘पहले आत्मरक्षा, बाद में अन्य कार्य’’। बेहतरी के लिए आवश्यक है कि मन और चित्त में […]