मोदी सरीखों पर नहीं लागू होते दुनियादारी के नियम

‘‘मोदी सरीखों’’ से मेरा आशय नेताई बिरादर से नहीं बल्कि उस खास मिजाज की बिरादर से है जिनके उठने-जगने, खानपान, लेनदेन, व्यवहार और सोच के अंदाज मूलतया आम जन के तौरतरीकों से जुदा होता है। उनके अंदुरुनी सरोकार और मंसूबे लोगों के पल्ले सहज नहीं पड़ते। यह भी कह सकते हैं जिस अलहदा माटी की […]

सायास, मनोयोग से किए कार्यों से ही उत्कृष्ट, वांछित परिणाम मिलेंगे

अपने आवास या कार्यस्थल के गिर्द भूमि को उजाड़ छोड़ देने से उसमें खरपतवार और अवांछित झाड़-झंकार स्वतः पैदा हो जाएंगे। मनचाही, बेहतरीन उपज चाहिए तो भूमि की समुचित तैयारी के बाद अच्छे बीज डालने होंगे, समय-समय पर खाद, सिंचाई और कीटनाशक का प्रयोग करना होगा। बीच-बीच में मुख्य फसल का पोषण हड़पने वाले अनावश्यक […]

चुनौती और फिसलनों से भरी होती है कामयाबी की डगर

मातापिता की सलाह को शिरोधार्य करते बालक ने तन-मन से बोर्ड परीक्षा की तैयारी में स्वयं को झोंक दिया, साथियों, परिजनों से मेलजोल और संवाद तक बंद कर दिया। नतीजे फक्र के लायक थे। किंतु वक्त को कुछ और ही मंजूर था। उसे अपने अरमान तब स्वाहा होते दिखे जब न तो मनचाहे कालेज में […]

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