Indian students in Ukraine: What future holds for them?

While Indian students managed to be brought back or still stranded there are unsure of their prospects, easing of Russia-Ukraine tussle with Indian mediation or otherwise, and historically cordial relations between India and Ukraine serve as silver lining. Inter-country invasions not only devastate the target country but also enervate the innocent people of other nationalities […]

मालूम है, आप सदा व्यस्त रहते हैं, लेकिन कहां – सवाल यह है

आप अस्त-व्यस्त — माफ करें — जरूरत से ज्यादा व्यस्त तो नहीं रहते। कार्य की चिंता अवश्य करें। किंतु ऐसे कार्य में व्यस्त रहने का अभ्यास करें जिसका मतलब बने, जो करने के बाद आपको आनंद और संतुष्टि मिलती रहे। बच्चे से बूढ़़े तक, कार्य या व्यवसाय कोई भी हो, सारा दिन बतियाते, बैठेठाले गुजरता […]

अमृत तुल्य जल पर टिका है जीवन का दारोमदार

प्राणदाई पोषण से कहीं परे, जल रहस्यमय, दैविक गुणों से परिपूर्ण अस्मिता है और सभी पंथों में श्रद्धेय। जल के अविवेकपूर्ण उपयोग से सर्वत्र हाहाकार की नौबत आने को है। अतः इसकी प्रत्येक बूंद को सहेज कर रखना होगा। जल है तो जीवन है। यह समस्त प्राणि और वनस्पति जीवन का आधार है। पृथ्वी की […]

आप जितना खुश हैं उससे ज्यादा खुश रह सकते हैं

खुश कौन नहीं रहना चाहता? और अपने हिसाब से, खुशनुमां जिंदगी गुजारने के लिए क्या-क्या जुगाड़ नहीं करता। नाना प्रकार की योजनाएं बनाता है; बैठने, सोने, आवागमन को सुकर बनाने के लिए एक से एक सुविधाएं और साधन जुटाने की उधेड़बुन में जकड़ा रहता है; आवास और कार्यस्थल को मनभावन तरीकों से सुसज्जित करता है। […]

वाहवाही बटोरने की तड़पन

डिग्रियां, तगमे, फीतियों, मेडलों, अलंकरणों की चाहत से लोग विक्षुप्त हो रहे हैं। जिनका समूचा ध्यान बाहरी छवि निखारने और वाहवाही बटोरने में रहेगा क्या वह कार्य में चित्त लगा सकता है? उल्टा टोप, उल्टी जैकेट या नई अजीबोगरीब डिजाइन वाली शर्ट का फोटो फेसबुक में डाल कर वाहवाहियों की झड़़ी न लगने से लोग […]

स्वदेशी भाषाओं के संवर्धन का अर्थ विदेशी भाषाओं का तिरस्कार नहीं है

निजी भाषा को भरपूर व्यवहार में लाना व्यक्ति और समाज के चहुमुखी विकास के लिए अनिवार्य है। भारत में प्रचलित 1600 भाषाओं में से अधिकांश की समृद्ध मौखिक या/और लिखित परंपराएं हैं, ये सभी जीवंतता व विविधता से परिपूर्ण हैं। इन स्थानीय भाषाओं ने सदियों तक लोकजीवन में प्राण संचारित करते हुए जनमानस को उद्वेलित, आह्लादित, […]

दिशा सही न हो तो ज्ञान, हुनर, धन – सब धरा रह जाएगा, न ही मंजिल मिलेगी

महाज्ञानी हैं, समझदार हैं, सूझबूझ में कमी नहीं फिर भी वह नहीं हासिल कर पाए जिसके अरमान दिल में सदा संजोए गए थे। क्योंकि दिशा सही न थी। दूसरी बात – जितना जल्द दिशा तय कर लेंगे उसी मात्रा में शेष जीवन आनंद और संतुष्टि से जी सकेंगे। सूटबूट में एक व्यक्ति सड़क किनारे पालथी […]

बेशक मेलजोल बिना गुजर नहीं किंतु बड़े कार्य अकेले ही संपन्न होते हैं

लोगों का काम है कहना! आपने जिस सन्मार्ग का चयन किया है, आश्वस्त हो कर चलते रहना है। तभी आपको मंजिल मिलेगी। कंपनी के कार्य से अपने एक मित्र को अक्सर शहर से ढ़ाई सौ कि.मी. दूर दो-तीन दिनों के लिए जाना होता था। हर बार वे गुपचुप रोज देर रात तक घर लौट आते […]

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