जन-मन पर हावी सरोकारों, मंसूबों की पड़ताल का वक्त
बाजार में एक आदमी को कुछ नाटकीय करने की सूझी। वह एक खंभे के पास खड़ा हो कर, मुठ्ठी भींच कर, उसके बीच देखने की जगह बना कर आसमान में टकटकी लगाए था। चंद मिनटों में वहां भारी मजमा लग गया गया। उसने जो साड़ी पहनी है, उसके पास जो मोबाइल या गाड़ी है, मुझे […]
शारीरिक कलाकारियों से ऊपर हैं योग के मायने
भारतीय उद्गम के योग का लोहा दुनिया मान गई है। क्या हम अभी भी नहीं चेतेंगे? चीनी दार्शनिक लाओत्जे से पूछा गया, आपके सुखी जीवन का राज क्या है। जवाब मिला, ‘‘जब भूख लगती है तो खा लेता हूं, नींद आती है तो सो जाता हूं।’’ जिज्ञासु पहले हकबक था, फिर तपाक से बोला, ‘‘यह […]
मां का दूधः बच्चे के लिए कुदरत का नायाब तौहफा
अनेक परीक्षणों के बाद, कुछ दशक पूर्व ही विज्ञान ने स्तनपान की आदिकाल से चली आई प्रथा पर मुहर लगाते हुए ऐलान किया कि बच्चों के पोषण और उनके शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक विकास के लिए मां के दूध का तोड़ नहीं है। इसे विडंबना ही कहेंगे कि माताओं और परिजनों की अज्ञानता या नासमझी […]