Category: आत्म मंथन

ओवर थिंकिंग का अर्थ है ईश्वरीय व्यवस्था में अविश्वास

अति चिंतित रहने का अर्थ है महाशक्ति की व्यवस्था में संदेह करना। उस पर विश्वास रखें। हां, अपने कार्य निष्ठा से संपन्न करते जाएं। चिंतन मस्तिष्क की स्वाभाविक क्रिया है। गर्भ में भ्रूण के निर्माण और प्राण आने के क्षण से ही मनुष्य की चेतना जाग्रत हो जाती है। यही चेतना उसके मस्तिष्क को सक्रिय […]

संकल्प व्यक्ति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा देता है

जिस मूर्ख ने सामने वाले को इस तर्ज पर नव वर्ष की बधाई दी, ‘‘नए साल में तुम्हारे कष्ट उतने ही गैरटिकाऊ रहें जितना तुम्हारे नए वर्ष के संकल्प’’ – उसे संकल्प का अर्थ ही नहीं मालूम था! बेचारे को ज्ञान न था कि संकल्प ही वह रामबाण है जिसके बूते सब कुछ हासिल किया […]

समय की गति

संबंध जीवन की धुरी हैं। जो संबंध बनाना और निभाना जानते हैं उनका समय सदा अच्छा चलता है। नव वर्ष, त्यौहार, वर्षगांठ, परिवार में नए सदस्य का आगमन (या प्रस्थान) जैसे अवसर संबंधों और आवासीय परिवेश को संवारने, पुनर्व्यवस्थित करने का कारण बनते हैं। उत्सवी परिवेश रोजमर्रा की एकरसता को तोड़ कर नएपन का अहसास […]

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