क्या चिठ्ठी का जमाना लौटेगा?

चिठ्ठी में जो आत्मीयता और अंतरंगता झलकती है वह व्हाट्सऐप मैसेज में कहां? जिस तरह पुरातन वेशभूषा, खानपान, कलाकृतियों, तौरतरीकों आदि से प्यार उमड़ना शुरू हुआ है, हो सकता है पत्र-लेखने के दिन फिर जाएं। कल (9 अक्टूबर, सोमवार) विश्व डाक दिवस की सोच कर कुछ यादें ताजा हो रही हैं। विश्व के 192 सदस्य […]

Shradh: Mark of gratitude to ancestors & the elderly

  Ancestral spirits, who become more powerful after leaving mundane world, oversee what we think, believe, and do. So, beware. Being thankful is great:  You thank the stranger in bank who lends you a pen to put signatures; you never forget to thank and tip the waiter who offers you coffee in the restaurant for […]

धैर्य रखें; जो ठीक नहीं है, वह भी ठीक हो जाएगा

बुलंदी पर चढ़ते शख्स को देख कर न भूलें, इसके पीछे दिन-रात की जीतोड़ मेहनत, लगन, और सब्र का माद्दा रहा है। जब अन्य लोग पार्टियों, पिकनिक तथा अन्य रंगरेलियों में मशगूल थे, तब ये इत्मीनान से अपने मिशन में डूबे रहते थे। दिशा सही है तो आपको केवल सब्र रखना है। सफलता के गंतव्य […]

Back To Top