मशाल, दिए और कैंडिल जलते रहें ताकि जीवन की लौ मुरझाए नहीं
सभी पंथों, समाजों में दीप प्रज्वलन की सुदीर्घ परंपरा रही है। दिए का प्रकाश जहां तमाम अंधेरे को खत्म करता है वहीं इसका ध्यान हमें उस परम शक्ति से जोड़ता है जिसके हम अभिन्न अंग हैं। आज प्रकाश पर्व है। प्रकाश ज्ञान, उल्लास, प्रगति और हर्ष का प्रतीक है। दीप प्रज्वलन की सुदीर्घ परिपाटी दीप […]